बच्चों में लीडरशिप
बच्चों का सर्वांगीण विकास तभी संभव है, जब टीम-भावना से काम करने का गुण उनमें हो। टीम के बिना लीडरशिप संभव नहीं होती। बच्चों का साथ-साथ खेलना, उनकी क्लास, पिकनिक और दोस्तों से मिलना-जुलना इसी टीम-भावना का परिणाम है। यदि टीम-भावना का विकास हो तो बच्चे बड़े होकर काबिल बनते हैं।
अकेले काम करने की आदत बच्चों के विकास में रुकावट डालती है। इसलिए जरूरी है कि बच्चे हर काम मिल-जुलकर करें।बच्चे उसी को रोल मॉडल समझने लगते हैं, जो उन्हें बार-बार दिखता है। ऐसे में बच्चे पॉजिटिव और नेगेटिव दोनों प्रकार के रोल मॉडल्स से प्रभावित होते हैं। तब बड़ों की जिम्मेदारी बनती है कि वे बच्चों को सही-गलत का चुनाव करना सिखाएँ, उन्हें गाइड करें। आखिर हर माता-पिता चाहते हैं कि उनका बच्ïचा सफल नागरिक बने और जीवन में सफलता प्राप्त करे।एक सफल लीडर के लिए सबसे जरूरी गुण है—सबको साथ लेकर चलने की क्षमता। इस गुण का विकास करने के लिए इस विडियो में अनेक व्यावहारिक उदाहरण दिए गए हैं, जिनसे प्रेरित होकर बालक अपनी क्षमताओं और प्रतिभा का विकास कर पाएँगे; उनका व्यक्तित्व निखरेगा और वे जीवन में सफल हो सकेंगे।