
Pitru Paksha Tulsi Remedies
पितृ पक्ष (श्राद्ध पक्ष) वह पवित्र समय होता है जब हम अपने पूर्वजों को याद करते हैं और उन्हें तर्पण, दान और श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। शास्त्रों में कहा गया है कि इस काल में किए गए छोटे-छोटे उपाय पितरों को प्रसन्न कर सकते हैं और उनके आशीर्वाद से जीवन में सुख-समृद्धि, संतान सुख और मानसिक शांति प्राप्त होती है।
इन्हीं उपायों में से एक है तुलसी से जुड़ा विशेष कार्य, जिसे पितृ पक्ष में ज़रूर करना चाहिए।
🌿 पितृ पक्ष में तुलसी का महत्व
- तुलसी माता को सनातन धर्म में माता के समान माना गया है।
- पितृ पक्ष में तुलसी को विशेष रूप से पवित्र माना जाता है क्योंकि इसमें विष्णु तत्व का वास है।
- तुलसी के माध्यम से किया गया अर्पण सीधे पितरों तक पहुँचता है और उन्हें शांति प्रदान करता है।
✅ तुलसी से जुड़ा विशेष काम – पितरों की कृपा के लिए
पितृ पक्ष में रोज़ाना सुबह या संध्या के समय तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाएँ और तुलसी पर गंगाजल, कच्चा दूध या ताजे जल से अर्घ्य अर्पित करें।
इसके साथ ही तुलसी के पास खड़े होकर यह मंत्र जपें –
👉 “ॐ पितृभ्यः नमः”
मान्यता है कि ऐसा करने से पितर प्रसन्न होते हैं और वंशजों को स्वास्थ्य, धन और संतान सुख का आशीर्वाद देते हैं।
🌸 तुलसी से जुड़े अन्य उपाय पितृ पक्ष में
- तुलसी की माला से “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जप करें।
- तुलसी पत्र भगवान विष्णु या शिव को अर्पित करके पितरों के नाम स्मरण करें।
- तुलसी के पास सुबह-शाम दीपक जलाने से घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
- पितरों के तर्पण में तुलसी पत्र डालने से अर्पण सीधे उन तक पहुँचता है।
⚠️ ध्यान रखें
- तुलसी को छूते समय हमेशा पवित्र रहें।
- रात के समय तुलसी को जल अर्पण न करें।
- तुलसी को कभी भी बिना स्नान किए न छुएँ।
श्राद्ध पक्ष में तुलसी के पास दीपक जलाकर और तुलसी को अर्घ्य अर्पित करके आप अपने पितरों की आत्मा को शांति और तृप्ति प्रदान कर सकते हैं। इसके बदले में पितर आपको और आपके परिवार को सुख-समृद्धि, संतान सुख और निरंतर उन्नति का आशीर्वाद देते हैं।