
Sharad Purnima 2025
शरद पूर्णिमा, जिसे क्वालिटी चांद की रात भी कहा जाता है, हिन्दू पंचांग के अनुसार अत्यंत शुभ माना गया है।
इस रात चाँदनी का असर हमारी मानसिक और आध्यात्मिक स्थिति पर गहरा होता है।
विशेष रूप से मंत्रों का जाप करके आप तनाव, चिंता और मानसिक अस्थिरता से निजात पा सकते हैं।
शरद पूर्णिमा का महत्व
- यह रात शरीर और मन के लिए औषधि समान मानी जाती है।
- पूजा और ध्यान के दौरान मंत्रों का जाप मानसिक तनाव कम करता है।
- इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है और घर में शांति आती है।
शरद पूर्णिमा की रात करने योग्य मंत्र
1. ॐ मणि पद्मे हूँ
- यह मंत्र मानसिक शांति और आत्मिक ऊर्जा बढ़ाने वाला है।
- जाप करने से तनाव और नकारात्मक विचार दूर होते हैं।
2. ॐ शांति शांति शांति
- मानसिक अशांति और भय को समाप्त करता है।
- ध्यान और पूजा के दौरान इसे 108 बार जपें।
3. हनुमान मंत्र – ॐ हनुमते नमः
- शक्ति और साहस बढ़ाने वाला मंत्र।
- मानसिक दृढ़ता और समस्याओं से निपटने की क्षमता बढ़ाता है।
4. गायत्री मंत्र – ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं
- ब्रह्मांडीय ऊर्जा को आकर्षित करता है।
- ध्यान और मंत्र जाप से मन शांत और एकाग्र होता है।
पूजा और जाप की विधि
- शरद पूर्णिमा की रात साफ़ वस्त्र पहनें और स्नान करें।
- पूजा स्थल पर दीपक जलाएँ और शुद्ध जल का छिड़काव करें।
- उपरोक्त मंत्रों का जाप मन और भावनाओं को एकाग्र करके करें।
- कम से कम 21–108 बार मंत्र जपें और ध्यान केंद्रित रखें।
- अंत में परिवार और घर की सुख-शांति के लिए प्रार्थना करें।
शरद पूर्णिमा की रात सिर्फ आध्यात्मिक उन्नति का अवसर नहीं है, बल्कि यह मानसिक स्वास्थ्य और शांति पाने का भी आदर्श समय है।
ऊपर बताए गए मंत्रों का नियमित जाप करने से तनाव, चिंता और मानसिक अस्थिरता दूर होती है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है।