
क्या मृत परिजनों की तस्वीरें घर में लगाना शुभ है
“क्या मृत परिजनों की तस्वीरें घर में लगाना शुभ है या अशुभ? जानिए शास्त्रों, वास्तु और ऊर्जा विज्ञान की सच्चाई”
जब कोई प्रियजन हमें छोड़कर चला जाता है, तो उसकी यादें हमेशा हमारे साथ रहती हैं।
कई लोग उन यादों को संजोने के लिए उनके चित्रों को घर में लगाते हैं — पर क्या आपने कभी सोचा है कि मृत परिजन की फोटो घर में लगाना धार्मिक दृष्टि से सही है या गलत?
इस लेख में हम जानेंगे कि शास्त्र, वास्तु और ऊर्जा विज्ञान इस विषय में क्या कहते हैं।
📚 शास्त्रों के अनुसार (According to Hindu Scriptures)
हिंदू धर्म में मृत्यु के बाद आत्मा की यात्रा को अत्यंत पवित्र और जटिल माना गया है।
गरुड़ पुराण, ब्रह्मसूत्र और अन्य ग्रंथों के अनुसार:
- मृत्यु के बाद आत्मा को एक विशिष्ट यात्रा से गुजरना होता है।
- घर में उनकी फोटो रखने से आत्मा की मुक्ति में बाधा आ सकती है, यदि उचित विधि से न रखा जाए।
- शास्त्र यह मानते हैं कि श्रद्धा और पूजा से आत्मा को मोक्ष प्राप्त होता है, न कि भौतिक फोटो से जुड़ाव से।
🏡 वास्तु शास्त्र क्या कहता है?
वास्तु शास्त्र के अनुसार:
✅ कहाँ लगाएं?
- यदि आप मृत परिजन की फोटो रखना चाहते हैं, तो उसे दक्षिण दिशा की दीवार पर लगाना शुभ माना जाता है।
- यह दिशा यम दिशा कहलाती है, जो मृत आत्माओं की शांति और मोक्ष से जुड़ी है।
❌ कहाँ न लगाएं?
- पूजा घर में मृत व्यक्ति की फोटो नहीं लगानी चाहिए।
- बेडरूम, रसोई या बच्चों के कमरे में भी इसे रखने से नकारात्मक ऊर्जा फैल सकती है।
📌 सुझाव:
- यदि फोटो लगानी है, तो सिर्फ एक फोटो, साफ फ्रेम में, रोजाना साफ-सफाई और प्रार्थना के साथ लगाएं।
🌌 ऊर्जा विज्ञान की दृष्टि से (From an Energy Perspective)
- मृत व्यक्ति की फोटो में उनकी अंतिम ऊर्जा या वाइब्रेशन जुड़ी होती है।
- यदि मृत्यु पीड़ा या दुःख के साथ हुई हो, तो उसकी ऊर्जा लंबे समय तक फोटो में रह सकती है।
- इससे घर के वातावरण में भावनात्मक heaviness या उदासी बनी रह सकती है।
✅ इसलिए यदि आप उन्हें याद करना चाहते हैं:
- तो ध्यान और प्रार्थना के ज़रिए करें
- उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना करें, ना कि उन्हें धरती से बांधें
🧘♂️ क्या करें और क्या न करें (Dos & Don’ts)
करें (Do) | न करें (Don’t) |
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फोटो दक्षिण दिशा में लगाएं | पूजा घर में मृत परिजन की फोटो न लगाएं |
साफ-सुथरा और सम्मानपूर्वक रखें | रोज़ाना उपेक्षा या धूल-मिट्टी जमा न होने दें |
आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करें | बार-बार रोकर उन्हें धरती से न बांधें |
श्रद्धांजलि में दीपक या अगरबत्ती जलाएं | फोटो के आगे नकारात्मक बातें या दुख न रखें |
मृत परिजन की फोटो लगाना भावनाओं से जुड़ा एक निर्णय है, लेकिन इसे शास्त्रों और ऊर्जा विज्ञान के दृष्टिकोण से भी समझना ज़रूरी है।
अगर आप उन्हें प्रेम और सम्मान से याद करते हैं, तो उनकी आत्मा को शांति और मोक्ष मिलता है।
लेकिन अगर फोटो के साथ जुड़ाव हमें बांधने लगे, तो वह खुद हमारे लिए बाधा बन सकती है।
याद रखें:
“मृत्यु अंत नहीं, एक नई यात्रा की शुरुआत है। हमें उन्हें जाने देना चाहिए – प्रेम के साथ, प्रार्थना के साथ।”