
Vastu Plants for Home
घर में पौधे लगाना सिर्फ सजावट या ऑक्सीजन के लिए नहीं होता, बल्कि यह आपके जीवन की ऊर्जा और भाग्य को भी प्रभावित करता है। तुलसी को हिंदू धर्म में पवित्र माना गया है जबकि एलोवेरा स्वास्थ्य और औषधीय गुणों से भरपूर है। लेकिन सवाल उठता है – क्या तुलसी और एलोवेरा को एक साथ लगाना वास्तु के अनुसार शुभ है? आइए जानते हैं इसका रहस्य।
🌿 तुलसी का महत्व (Tulsi Benefits in Vastu)
- तुलसी को देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु का प्रिय माना जाता है।
- यह घर में सकारात्मक ऊर्जा और शांति लाती है।
- तुलसी को हमेशा उत्तर, पूर्व या ईशान कोण (Northeast) में लगाना शुभ होता है।
- तुलसी के पास कभी भी कांटेदार पौधे या तामसिक चीजें नहीं रखनी चाहिए।
🌱 एलोवेरा का महत्व (Aloe Vera Benefits in Vastu)
- एलोवेरा को औषधीय और आयुर्वेदिक पौधा माना जाता है।
- यह घर की नकारात्मक ऊर्जा को सोख लेता है और स्वास्थ्य में सुधार करता है।
- वास्तु के अनुसार इसे दक्षिण या पश्चिम दिशा में लगाना अच्छा होता है।
❌ तुलसी और एलोवेरा को एक साथ क्यों नहीं लगाना चाहिए?
- तुलसी सूर्य और अग्नि तत्व से जुड़ी होती है → यह सतोगुणी पौधा है।
- एलोवेरा चंद्रमा और पृथ्वी तत्व से जुड़ा होता है → यह औषधीय और तामसिक पौधा है।
👉 दोनों की ऊर्जा तरंगें अलग होती हैं।
👉 अगर इन्हें एकदम पास-पास या एक ही गमले में लगाया जाए तो ऊर्जा टकराती है और इसका शुभ प्रभाव कम हो जाता है।
✅ सही उपाय (Vastu Remedies)
- तुलसी और एलोवेरा दोनों पौधे घर में रखें लेकिन अलग-अलग दिशा में।
- तुलसी → उत्तर, पूर्व या ईशान कोण
- एलोवेरा → दक्षिण या पश्चिम
- तुलसी को रोज जल दें और धूप दिखाएँ।
- एलोवेरा को सूखी जगह रखें और सप्ताह में 2–3 बार पानी दें।
- तुलसी और एलोवेरा दोनों को अलग गमले में रखें।
👉 तुलसी और एलोवेरा दोनों ही पौधे घर के लिए बेहद शुभ और लाभकारी हैं।
👉 लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार इन्हें एक साथ नहीं लगाना चाहिए।
👉 सही दिशा और स्थान पर अलग-अलग लगाने से ही आपको स्वास्थ्य, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का पूरा लाभ मिलेगा।